पंचतंत्र की कहानी: ऊंट के गले में घंटी उसका पिता, एक पेशेवर रसोइया, उसे रसोई घर में ले आया। उसने पानी से तीन घड़े भरे और प्रत्येक को एक उच्च आग पर रखा। जब उसने तीसरी बार वही चुटकुला सुनाया तो कोई भी नहीं हंसा। गाँधी जी एक बार अपनी https://lokhitkhabar.com/