जप दशांश हवन, हवन का दशांश तर्पण, तर्पण का दशांश मार्जन, मार्जन का दशांश ब्राहमण भोज करावें। शङखं संदधतीं करैस्त्रीनयनां सर्वाङ्गभुषावृतां और यह एक मात्र ऐसा मंत्र है जिन्हके मन्त्र जाप से माँ दुर्गा के जितने भी स्वरुप है उन सभी स्वरुप का आशीर्वाद प्राप्त होता है ॐ अविघ्नं कुरुमाले https://archerktahn.humor-blog.com/15847359/navaran-mnatra-things-to-know-before-you-buy